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10 फरवरी 2024, कथाकार गुलशेर ख़ॉं ‘शानी’ का स्मृति दिवस

शानी के मा’नी—ज़ाहिद ख़ान शानी के मा’नी यूं तो दुश्मन होता है और गोया कि ये तख़ल्लुस का रिवाज ज़्यादातर शायरों में होता है। लेकिन शानी न तो किसी के दुश्मन हो सकते थे और न ही वे शायर थे। हां, अलबत्ता उनके लेखन में शायरों सी भावुकता और काव्यत्मकता ज़रूर देखने को मिलती है। […]

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चर्चित रचनाकार गुलशेर खां ‘शानी’ पर रायपुर में 2 दिन का सेमिनार, कई जाने-माने रचनाकारों ने लिया हिस्सा

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शानी को याद करते हुए

शानी का आज न जन्मदिवस है और न ही उनकी पुण्यतिथि, पर पिछले कुछ दिनों से उनका ‘काला जल’ जैसा खूबसूरत उपन्यास और ‘युद्ध’ जैसी खूबसूरत कहानी, मध्यप्रदेश साहित्य परिषद को स्थापित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका, मध्य प्रदेश साहित्य परिषद के शुरुआती दौर में ही एक महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्रिका ‘साक्षात्कार’ निकालने का उनका साहसिक […]

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स्मृति में

जी.के.शानी 16 मई, 1933- 10 फरवरी, 1995 ये कुछ शब्द एक ऐसे व्यक्ति के बारे में लिखे गए हैं जो भारत में मेरा सबसे अज़ीज़ दोस्त था और पूरी दुनिया में मेरे दो या तीन सबसे क़रीबी दोस्तों में से एक था। जगदलपुर में जन्मे गुलशेर ख़ान ने, जो उस समय मध्य भारत की एक […]

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‘काला जल’ को इस नज़रिये से भी देखिए

ज़ाहिद ख़ान कथाकार गुलशेर ख़ाँ शानी ने अपनी बासठ साला ज़िंदगानी में बेशुमार लिखा। अनेक बेहतरीन कहानियां और उपन्यास उनकी कलम से निकले। ख़ास तौर पर उनके आत्मीय संस्मरण ‘शाल वनों का द्वीप’ का कोई जवाब नहीं। लेकिन इन सबसे अव्वल उनका कालजयी उपन्यास ‘काला जल’ है। जिसे न सिर्फ़ हिंदी के बड़े आलोचकों ने […]

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अशोक वाजपेयी का रचना संसार

कवि, आलोचक, रचनाकर्मी अशोक वाजपेयी जी इस वर्ष 16 जनवरी को अस्सी साल के हो गए। इस मौक़े पर आठ अगस्त 2021 को शानी फ़ाउंडेशन ने ‘अशोक वाजपेयी का रचना संसार’ विषय पर एक वेबिनार का आयोजन जिसमें कवि ध्रुव शुक्ल, आलोचक और कवयित्री सविता सिंह, चित्रकार मनीष पुष्कले औऱ आलोचक पंकज चतुर्वेदी ने हिस्सा […]

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गुलशेर खान “शानी”: मुलाक़ात की कहानी

विनोद दास यह वह समय था जब दिल्ली के सांस्कृतिक ह्रदय मंडी हाउस स्थित रवीन्द्र भवन के साहित्य अकादमी परिसर में हिन्दी साहित्य की दो विभूतियाँ साहित्य की दो आँखों की तरह एक दूसरे के पड़ोस में बैठती थीं। एक थे हमारे समय के सबसे विवादास्पद और प्रखर कवि -अनुवादक विष्णु खरे और दूसरे कस्बाई […]

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शानी जी की 88वीं जयंती पर चंचल जी का लेख

आज यानी 16 मई 2021 तक शानी जी जिंदा रहते तो आज की सांझ मयूर विहार की एक छत गुलजार रहती और हम शानी जी को 88 वें जन्मदिन की मुबारकबाद देने उस मकान की रसोई में खड़ी सलमा भाभी से दरयाफ्त कर होते – कबाब कुछ तो बचेगा? सलमा भाभी बोलती कम थी , […]

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लाला जगदलपुरी जिला ग्रंथालय में “शानी” जी की रचनाओं पर विचार संगोष्ठी का आयोजन

  जगदलपुर, 10 फ़रवरी- लाला जगदलपुरी जिला ग्रंथालय जगदलपुर में प्रख्यात साहित्यकार गुलशेर खान शानी की रचनाओं पर विचार संगोष्ठी जिला  प्रशासन  की ओर से रखा गया था। जिसमें वक्ताओं ने शानी  के साथ बिताये अपने संस्मरणों  को श्रोताओं  के साथ साझा किया। बता दें जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान जी के नेतृत्व में कार्यक्रम का  […]

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