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शानी का संघर्ष सिर्फ़ जीविका या भौतिक स्तर पर नहीं था- अशोक वाजपेयी

कथाकार-गद्यकार-संपादक शानी के देहावसान को बीस बरस से अधिक हो चुके। वे बस्तर के जगदलपुर से ग्वालियर और भोपाल, भोपाल से दिल्ली आए थे। उनका अधिकांश लेखन इन्हीं जगहों पर हुआ। उन्हें उचित ही यह क्लेश बराबर बना रहा कि वे बराबर विस्थापित होते रहे: उनका यह विस्थापन इसलिए और मार्मिक हो जाता है कि […]

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शानी पर लिखे उर्दू मोनोग्राफ का लोकार्पण

 भोपाल, 10 फरवरी, (भाषा) देश के जाने माने साहित्यकारों ने रविवार को प्रसिद्ध हिन्दी लेखक गुलशेर खान शानी के समग्र साहित्य ‘शानी रचनावली’ और साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित शानी पर लिखे उर्दू विनिबंध (मोनोग्राफ) का लोकार्पण किया। इस मौके पर ‘हिन्दी साहित्य में हाशिये के लोग और शानी की प्रासांगिकता’ विषय पर संगोष्ठी भी आयोजित […]

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