लक्ष्य

फाउंडेशन भारतीय भाषाओँ खासकर उनमें रचित साहित्य को प्रोत्साहन देगी

– वो उभरते लेखकों को मदद करेगा।
– उन्हें शोध, मोनोग्राफ, पुस्तक या लेख लिखने के लिए आर्थिक मदद करेगा।
– वो प्रकाशकों से लेखकों की किताब छपवाने के लिए संपर्क भी करेगा।
– भारतीय साहित्य की नवीनतम धाराओं और पहल पर एक त्रैमासिक जर्नल भी निकालेगा।
– अंतर्राष्ट्रीय पाठकों के लिए एक वेबसाइट और दूसरे एप्लीकेशन को भी प्रोत्साहित करेगा।
– मीडिया से मिल कर भारतीय साहित्य की नई धाराओं पर कार्यक्रमों को तैयार करेगा।
– फाउंडेशन दूसरी भाषाओँ और ख़ासकर उर्दू साहित्य के हिंदी में अनुवाद को प्रोत्साहित करेगा।
– फाउंडेशन कश्मीरी, डोगरी, गोंडवी और डिंगल जैसी उन भाषाओँ के संरक्षण का काम करेगा जो आज लुप्त होने के कगार पर हैं।
– फाउंडेशन वार्षिक पुरस्कार समारोह और अन्य समारोहों का आयोजन करेगी जिसमें उपरोक्त सभी वर्गों में काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही फाउंडेशन प्रतिभावान लेखकों के लिए स्कालरशिप भी शुरू करेगा।
– फाउंडेशन उभरते लेखकों के लिए लेखन का कोर्स आयोजित करेगा।
– फाउंडेशन भारतीय भाषाओँ के प्रचार के लिए सिम्पोजियम, सेमिनार और प्रदर्शनियों का आयोजन करेगा।
– फाउंडेशन अनुवादकों की एक टीम तैयार करेगा जो रुसी, चीनी, जापानी, फ़ारसी, अरबी, स्पेनी आदि भाषाओँ के साहित्य का हिंदी में अनुवाद करेगी।
– समय के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय जगत और समाजों की हमारी समझ बढ़ने से हमे पता चलता है की उन बहुत सी विदेशी साहित्यिक रचनाओं का पुनर्अनुवाद ज़रूरी है क्योंकि मूल अनुवाद में कमी रह गई है। फाउंडेशन इस काम को भी पूरी सजगता से आगे बढ़ाएगा।