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हर लम्हे को शिद्दत के साथ जीते हुए शानी.
शानी हर वक्त गंभीरता ओढ़ना जरूरी नहीं
शानी – दूर तक देखती निगाहें (अबूझमाड़, जिला बस्तर, 1958)
शानी फ़ुरसत के लम्हों में
शानी लेखन-मुद्रा में,जगदलपुर.
शानी बेटे फ़ीरोज़ के साथ, जगदलपुर
शानी पत्नी सलमा और बेटे फ़ीरोज़ के साथ, जगदलपुर
शानी जगदलपुर में अपने घर के दालान में
शानी शायर शहरयार के साथ, दिल्ली
शानी अपने मित्रों के साथ मयूर विहार, दिल्ली के घर में
शानी अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ, दिल्ली
शानी दिल्ली में एक इंटरव्यूह के दौरान
शानी दिल्ली में एक इंटरव्यूह के दौरान
शानी की युवाकाल की एक और तस्वीर
शानी जलप्रपात का अवलोकन करते हुए
शानी अपने दोस्त डॉ. एडवर्ड जे के सात अबूझमाड़ में
दिल्ली की एक शाम को शानी राजेंद्र यादव के साथ
शानी राजेंद्र यादव के साथ
शानी पत्नी सलमा के साथ दिल्ली के जंगपुरा एक्सटेंशन के घर में
शानी पत्नी सलमा के साथ दिल्ली के एक पार्क में
शानी अपनी शरीक-ए-हयात सलमा के साथ
शानी दिल्ली के साहित्य अकादमी दफ़्तर में
शानी के पिता गुलमीर ख़ान और मां रमज़ान बी
शानी, रायपुर के शांतिनगर में, 70 का दशक
शानी पत्नी सलमा के साथ रायपुर क पास पारागांव की नदी का लुत्फ़ लेते
सलमा शानी, रायपुर के शांतिनगर में, 70 का दशक
शानी ,पारागांव (रायपुर), 70 का दशक
शानी कश्मीर की वादियों मं
शानी कश्मीर की वादियोंं में
शानी भोपाल के साउथ टी.टी. नगर के घर में दोस्तों के साथ
शानी, डॉ. एडवर्ड जे, ग्वालियर
शानी और पत्नी सलमा नातिन सुबुही (मोनू) और रुही (इप्पू) के साथ मयूर विहार, दिल्ली में
शानी इंदिरा गांधी से शिखर सम्मान प्राप्त करते हुए। भारत भवन, भोपाल 1982
शानी शिखर सम्मान से सम्मानित होने की संध्या पर भोपाल में
शानी, राजनांद गांव, रायपुर
शानी रायपुर में इस्राइली मित्रों के साथ
शानी परिवार और मलिक साहब के साथ
बाएं से शशांक, मंज़ूर एहतेशाम (पीछे),सत्येन कुमार,शानी और असगर वजाहत