10 फरवरी 2024, कथाकार गुलशेर ख़ॉं ‘शानी’ का स्मृति दिवस
February 11, 2024
शानी के मा’नी—ज़ाहिद ख़ान शानी के मा’नी यूं तो दुश्मन होता है और गोया कि ये तख़ल्लुस का रिवाज ज़्यादातर शायरों में होता है। लेकिन शानी न तो किसी के दुश्मन हो सकते थे और न ही वे शायर थे। हां, अलबत्ता उनके लेखन में शायरों सी भावुकता और काव्यत्मकता ज़रूर देखने को मिलती है। […]
चर्चित रचनाकार गुलशेर खां ‘शानी’ पर रायपुर में 2 दिन का सेमिनार, कई जाने-माने रचनाकारों ने लिया हिस्सा
January 16, 2023
Published in India TV
‘काला जल’ को इस नज़रिये से भी देखिए
May 17, 2022
ज़ाहिद ख़ान कथाकार गुलशेर ख़ाँ शानी ने अपनी बासठ साला ज़िंदगानी में बेशुमार लिखा। अनेक बेहतरीन कहानियां और उपन्यास उनकी कलम से निकले। ख़ास तौर पर उनके आत्मीय संस्मरण ‘शाल वनों का द्वीप’ का कोई जवाब नहीं। लेकिन इन सबसे अव्वल उनका कालजयी उपन्यास ‘काला जल’ है। जिसे न सिर्फ़ हिंदी के बड़े आलोचकों ने […]
लाला जगदलपुरी जिला ग्रंथालय में “शानी” जी की रचनाओं पर विचार संगोष्ठी का आयोजन
February 15, 2021
जगदलपुर, 10 फ़रवरी- लाला जगदलपुरी जिला ग्रंथालय जगदलपुर में प्रख्यात साहित्यकार गुलशेर खान शानी की रचनाओं पर विचार संगोष्ठी जिला प्रशासन की ओर से रखा गया था। जिसमें वक्ताओं ने शानी के साथ बिताये अपने संस्मरणों को श्रोताओं के साथ साझा किया। बता दें जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान जी के नेतृत्व में कार्यक्रम का […]
इमारत गिराने वाले
February 10, 2021
आधुनिक खड़ी बोली के पहले बड़े मुसलिम साहित्यकार गुलशेर ख़ाँ शानी […]
हर रचनाकार को हलफ़ उठाना पड़ेगा-अशोक वाजपेयी
September 14, 2020
नयी दिल्ली: सुप्रसिद्ध कवि और आलोचक अशोक वाजपेयी ने कहा कि हर आदमी सिर्फ़ अपने बारे में हलफ़ उठा सकता है। हम बहुत आसानी से दूसरों को कटघरे में खड़ा कर देते हैं और जज बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी साहित्य में एक मूल्यबोध रहा है और स्वतंत्रता, न्याय तथा लोकतंत्र, इनके बीच […]
बासु चैटर्जी, शौकीन, शानी और शेख़ सराय
June 05, 2020
http://epaper.navbharattimes.com/details/111620-123858619-1.html
जन्मदिन विशेष : शानी और उनका ‘काला जल
May 17, 2020
जन्मदिन विशेष : शानी और उनका ‘काला जलअमरीक हिंदी बल्कि कहना चाहिए कि हिंदुस्तानी उपन्यास के विकास क्रम में ‘काला जल’ की दस्तावेजी अहमियत पहले संस्करण (प्रकाशन काल: 1965) से ही स्थापित हो गई थी। यह शानी की वह महान रचना है जिसने उन्हें भरपूर युवावस्था में ही महानता के निकट कर दिया था। प्रेमचंद-यशपाल […]
शानी के मानी -ज़ाहिद ख़ान
May 17, 2020
16 मई, कहानीकार शानी की जयंती शानी के मानी यूं तो दुश्मन होता है और गोयाकि ये तखल्लुस का रिवाज ज्यादातर शायरों में होता है। लेकिन शानी न तो किसी के दुश्मन हो सकते थे और न ही वे शायर थे। हां, अलबत्ता उनके लेखन में शायरों सी भावुकता और काव्यत्मकता जरुर देखने को मिलती […]
शानी के मानी
February 15, 2020
ज़ाहिद ख़ान शानी के मानी यूं तो दुश्मन होता है और गोयाकि ये तखल्लुस का रिवाज ज्यादातर शायरों में होता है। लेकिन शानी न तो किसी के दुश्मन हो सकते थे और न ही वे शायर थे। हां, अलबत्ता उनके लेखन में शायरों सी भावुकता और काव्यत्मकता जरुर देखने को मिलती है। शानी अपने लेखन […]